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अंतत: दिन आ ही पहुंचा है

बीटी द्वारा

एक आदमी बैग लेकर गलियारे से बाहर निकल रहा है।
मैं एक नए जीवन को लेकर आशान्वित हूं और अपने आप पर यकीन करता हूं। (फोटो साभार ईओल पवन)

एक कार्ड से आदरणीय थूबटेन चॉड्रॉन तक, नवंबर 2009

खैर वह दिन आखिरकार आ ही गया! मंगलवार सुबह वे मुझे पैरोल पर रिहा कर देंगे। अधिकांश समय यह अभी भी मुझे अवास्तविक लगता है कि मैं वास्तव में घर जा रहा हूँ। मैं कम से कम कहने के लिए थोड़ा नर्वस हूं। जहां मैं नर्वस हूं, वहीं मैं उत्साहित भी हूं। मैं एक नए जीवन को लेकर आशान्वित हूं और खुद पर यकीन करता हूं। मुझे पता है कि मैं इसे वहां से निकाल सकता हूं। इन दीवारों के बाहर मेरे लिए एक सामान्य, सुखी और शांतिपूर्ण जीवन है। मैं आपके प्रति अपने आत्मविश्वास और जागरूकता का बहुत एहसानमंद हूं। मैं आपको कभी भी पर्याप्त धन्यवाद नहीं दे सकता।

आदरणीय थुबटेन चोड्रोन: लगभग 15 वर्षों तक जेल में रहने के बाद बीटी ने सभी पूर्व-रिलीज़ कार्यक्रमों और आवश्यकताओं को पूरा किया और रिलीज़ होने वाली थी। वह और मैं 10 साल से पत्र-व्यवहार कर रहे थे, और उन्होंने जेल में और साथ ही अपने परिवार के साथ कई चुनौतीपूर्ण स्थितियों का सामना किया था। हम सभी उनके घर में स्वागत और उनकी सभी पुण्य आकांक्षाओं की पूर्ति की कामना करते हैं!

कैद लोग

संयुक्त राज्य भर से कई जेल में बंद लोग आदरणीय थुबटेन चॉड्रोन और श्रावस्ती अभय के भिक्षुओं के साथ पत्र-व्यवहार करते हैं। वे इस बारे में महान अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं कि वे कैसे धर्म को लागू कर रहे हैं और सबसे कठिन परिस्थितियों में भी खुद को और दूसरों को लाभान्वित करने का प्रयास कर रहे हैं।