अपवित्र कर्म

इरादे का मानसिक कारक अर्हतों का समर्थन करने वाला सूक्ष्म प्रयास है और शुद्ध-जमीन बोधिसत्वों की प्रेरणा एक ग्रहण करने के लिए है मानसिक शरीर.