अचूक (अभ्रंता, तिब्बती: मा ' ख्रुल बा)

(1) सौत्रान्तिक: किसी चेतना की प्रकट होने वाली वस्तु के संबंध में गलत नहीं। (2) प्रासंगिकस: एक ऐसी चेतना जिसमें अंतर्निहित अस्तित्व का आभास न हो।